खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में कथित भूमिका के लिए कनाडा की पुलिस ने तीन भारतीयों को गिरफ्तार किया है।
तीन भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार करने वाले कनाडाई प्राधिकारियों ने कहा कि उनकी जांच अभी समाप्त नहीं हुई है और इस हत्याकांड में ‘‘अन्य लोगों’’ ने भी अहम भूमिका निभाई है, जिन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
कौन हैं गिरफ्तार किए गए तीनों भारतीय
एडमॉन्टन में रहने वाले 22 वर्षीय करण बराड़, 22 वर्षीय कमलप्रीत सिंह और 28 वर्षीय करणप्रीत सिंह पर हत्या व हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है।
गिरफ्तार किए गए तीन पंजाबी युवाओं के बारे में प्रारंभिक जानकारी से पता चलता है कि उनमें से एक के पिता पंजाब के किसान समूह से हैं, जिनके नेताओं पर नई दिल्ली में 26 जनवरी 2021 को लाल किले पर हिंसा के लिए मामला दर्ज किया गया था।
ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, इस युवक का नाम करणप्रीत सिंह है। वह बटाला के पास घनी के बांगर गांव का रहने वाला है।
पंजाब पुलिस के सूत्रों ने कहा कि उनके पिता सुखदेव सिंह एक गांव के गुरुद्वारे में ग्रंथी हैं। इसके अलावा, वह किसान सरवन सिंह पंढेर के समूह के सदस्य हैं।
संपर्क करने पर सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि वह इस बात की पुष्टि नहीं कर सकते कि सुखदेव सिंह और उनका बेटा उनकी किसान इकाई का सदस्य था या नहीं।
उन्होंने कहा: “लेकिन, घनी के बांगर गांव में निश्चित रूप से हमारी कोई किसान समिति नहीं है।” तीन साल पहले करणप्रीत कनाडा चला गया था। इससे पहले वह और उसके पिता दुबई में ट्रक चलाते थे। पिता भारत लौट आए वहीं बेटा कनाडा चला गया।
कनाडा ने दावा किया है कि वे कथित तौर पर एक हिट स्क्वाड के सदस्य थे और उन्होंने भारतीय एजेंसियों के इशारे पर काम किया। इसके बाद से पंजाब पुलिस शनिवार सुबह से तीनों युवकों के बारे में जानकारी इकट्ठा कर रही है।
गिरफ्तार किया गया आरोपी करण बराड़ कोटकपूरा का रहने वाला है और उसके पिता मनदीप सिंह बराड़ का करीब दो हफ्ते पहले उनके पैतृक स्थान पर निधन हो गया था।
उन पर धोखाधड़ी और जालसाजी का मामला चल रहा था। पुलिस सूत्रों ने बताया कि करण की मां रमन बरार सिंगापुर में रहती हैं और फिलहाल अपने पति के अंतिम अरदास और अन्य अनुष्ठानों के लिए पंजाब आई हुई हैं। पुलिस ने कहा कि तीसरे युवक कमलप्रीत सिंह के बारे में जानकारी हासिल की जा रही है।
क्या बोले कनाडाई अधिकारी
मामले की जांच कर रहे अधिकारियों का मानना है कि गिरफ्तार किए गए लोग उस कथित समूह के सदस्य हैं जिन्हें पिछले साल भारत सरकार ने निज्जर की हत्या करने का काम सौंपा था।
निज्जर (45) की 18 जून, 2023 को ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर हत्या कर दी गई थी। जांच टीम के प्रभारी अधीक्षक मनदीप मूकर ने कहा, ”जांच यहीं समाप्त नहीं होती। हम जानते हैं कि इस हत्याकांड में कुछ और लोगों ने भी अहम भूमिका निभाई है और हम एक-एक की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करेंगे।”
‘ब्रिटिश कोलंबिया’ और ‘अल्बर्टा रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस’ (आरसीएमपी) तथा ‘एडमॉन्टन’ पुलिस सेवा के सदस्यों की सहायता से जांचकर्ताओं ने शुक्रवार सुबह निज्जर की हत्या के संबंध में तीन लोगों को गिरफ्तार किया।
‘रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस’ के सहायक आयुक्त डेविड टेबौल ने बताया कि वे न तो पुलिस द्वारा एकत्र किए गए सबूतों के बारे में कोई टिप्पणी कर सकते हैं और न ही निज्जर की हत्या के पीछे मकसद के बारे में बता सकते हैं। उन्होंने कहा, ”हालांकि, मामले ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है और मैं कहूंगा कि जांच अभी जारी है। मैं इस बात को दोहराता हूं कि आज की घोषणा का मतलब यह नहीं है कि जांच पूरी हो गई है।”
अधिकारी ने कहा, ”इस मामले में अलग-अलग पहलुओं से जांच की जा रही है और मामले की जांच आज गिरफ्तार किए गए लोगों की संलिप्तता तक ही सीमित नहीं है।
इन प्रयासों में भारत सरकार के संबंधों की जांच भी शामिल है।” कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने पिछले साल सितंबर में भारतीय एजेंटों पर निज्जर की हत्या में ‘‘संभावित रूप से’’ शामिल होने का आरोप लगाया था जिसके बाद भारत और कनाडा के संबंधों में तनाव आ गया था। भारत ने ट्रूडो के आरोपों को खारिज कर दिया था।
भारत के खिलाफ सबूतों पर क्या बोला कनाडा?
पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए भारतीय संदिग्धों ने छात्र वीजा पर कनाडा में प्रवेश किया था, लेकिन हो सकता है कि जब उन्होंने निज्जर को गोली मारी तो वे भारतीय खुफिया विभाग के निर्देश पर काम कर रहे थे।
लेकिन पार्लियामेंट हिल पर पत्रकारों से बात करते हुए, कनाडा के रक्षा मंत्री ने शुक्रवार को इस मामले में भारत सरकार के संबंध की पुष्टि करने से इनकार कर दिया और कहा कि इस सवाल का जवाब कनाडा पुलिस ही बेहतर तरीके से दे सकती है।
रक्षा मंत्री डोमिनिक लेब्लांक ने कहा, ”मुझे कनाडा सरकार के सुरक्षा तंत्र और आरसीएमपी के काम और (कनाडाई) सुरक्षा खुफिया सेवा के काम पर पूरा भरोसा है।”
खबर में बताया गया कि पुलिस ने इन लोगों को शुक्रवार को कनाडा के कम से कम दो प्रांतों में चलाए गए तलाशी अभियान के दौरान गिरफ्तार किया।
सूत्रों ने बताया कि कुछ महीने पहले पुलिस ने इन लोगों की पहचान निज्जर की हत्या में शामिल व्यक्तियों के समूह के तौर पर की थी और पुलिस उन पर नजर रख रही थी।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा अपने देश में खालिस्तानी तत्वों से संबंधित कुछ टिप्पणियां करने के कुछ दिनों बाद, भारत ने बृहस्पतिवार को कहा था कि ये टिप्पणियां एक बार फिर कनाडा में अलगाववाद, उग्रवाद और हिंसा को मिले राजनीतिक स्थान को दर्शाती हैं।