मालदीव के वित्त मंत्री मोहम्मद सईद ने देश में ‘‘विदेशी सैनिकों’’ की मौजूदगी के खिलाफ राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के रुख का बचाव करते हुए कहा है कि मालदीव अभी तक भारत को अपना मित्र मानता है।
चीन समर्थक झुकाव रखने वाले मुइज्जू ने पिछले साल नवंबर में शपथ लेने के कुछ ही घंटों के भीतर भारत से अपने 88 सैन्य कर्मियों को मालदीव से बुलाने के लिए कहा था।
उन्होंने भारतीय सैनिकों की उपस्थिति को मालदीव की संप्रभुता के लिए खतरा बताया था।
तुर्किये के समाचार संस्थान ‘टीआरटी वर्ल्ड’ के साथ एक साक्षात्कार के दौरान, मालदीव के वित्त मंत्री मोहम्मद सईद से पूछा गया कि क्या मालदीव चीन और भारत दोनों का दोस्त हो सकता है, इस पर उन्होंने जवाब दिया कि मालदीव सिर्फ दो देशों का नहीं, सभी देशों का दोस्त है।
‘सन डॉट एमवी’ समाचार पोर्टल के मुताबिक सईद ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि मालदीव सभी देशों का मित्र है, न कि केवल दो देशों का। हम पर्यटन पर आधारित देश हैं और दुनिया के लिए हमारे दरवाजे खुले हैं। छुट्टियां बिताने की जगह के रूप में, चीनी और भारतीय दोनों ही मालदीव की तारीफ करते हैं। जहां तक व्यापार का सवाल है, दोनों बाजार मालदीव के लिए महत्वपूर्ण हैं।’’
सईद ने कहा कि मालदीव अभी भी भारत को दोस्त मानता है। उन्होंने कहा, ‘‘बेशक, (दोनों देशों के साथ) हमारी दोस्ती है। हमारे राष्ट्रपति, हमारी सरकार और लोग यहां विदेशी सैनिकों की मौजूदगी को अस्वीकार करते हैं।’’
मुइज्जू ने कई बार कहा है कि 10 मई के बाद किसी भी भारतीय सैन्यकर्मी को मालदीव में रहने की इजाजत नहीं होगी।
हेलीकॉप्टर संचालित करने के लिए तैनात भारतीय सैन्य कर्मियों का पहला जत्था देश छोड़ चुका है। मुइज्जू ने कहा है कि दूसरे विमानन प्लेटफॉर्म पर तैनात भारतीय सैनिक भी इसी महीने लौट जाएंगे।
उन्होंने कहा है कि तीसरे विमानन प्लेटफॉर्म का संचालन करने वाले भारतीय सैन्य कर्मियों को 10 मई तक लौटना होगा।
हालिया समय में मालदीव में भारतीय पर्यटकों की घटती संख्या को लेकर पूछे जाने पर सईद ने कहा कि इस मुद्दे पर ‘‘कुछ चीजों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय पर्यटकों की संख्या में कमी आने के बारे में मुझे लगता है कि कुछ चीजों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है। कुछ देशों से आने वाले पर्यटकों की संख्या में कमी आ रही है जबकि अन्य देशों से इसमें बढ़ोतरी हो रही है।’’
सईद ने कहा, ‘‘उदाहरण के लिए, पर्यटकों की संख्या के मामले में चीन कोविड से पहले नंबर एक स्थान पर था। लेकिन अब वहां से पर्यटकों की संख्या फिर से बढ़ रही है। हमारे यहां रोजाना लगभग प्रति घंटे के आधार पर भारत से उड़ानें आती हैं।’’