Hemant Soren: झारखंड में विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 13 नवंबर संपन्न हो गया, जबकि दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को प्रस्तावित है. इससे पहले गुरुवार को झारखंड हाईकोर्ट ने मईयां सम्मान योजना को लेकर एक बड़ा फैसला सुनाया. हाईकोर्ट ने उन याचिकाओं को खारिज कर दिया, जिसमें इस योजना पर बैन लगाने की बात कही गई थी.
हाईकोर्ट के फैसले के बाद हेमंत सोरेन ने इशारों ही इशारों में बीजेपी पर निशाना साधा है. सोरेन ने कहा कि झारखंड की मईयां की जीत हुई और तानाशाह हार गया. हेमंत की पार्टी के मुताबिक बीजेपी के कहने पर याचिका दाखिल की गई थी. दरअसल, विष्णु साहू नामक एक व्यक्ति ने झारखंड हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की थी. साहू का कहना था कि इस योजना से राज्य का नुकसान हो रहा है और यह चुनाव को देखते हुए लागू किया गया है.
हाईकोर्ट के फैसले के बाद हेमंत ने कहा कि अभी तो जीत हो गई है, लेकिन याचिकाकर्ता सुप्रीम कोर्ट भी जा सकते हैं. हम वहां भी मजबूती से दलील रखेंगे और षड्यंत्रकारियों को हराएंगे. हेमंत की पार्टी ने पोस्ट कर लिखा कि अब से 21 दिन बाद महिलाओं के खाते में 1 हजार नहीं, बल्कि 2500 रुपए आएंगे. महिलाओं की लड़ाई झारखंड का बेटा लड़ता रहेगा.
एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी बांग्लादेशी घुसपैठ, डेमोग्राफी चेंज, आदिवासी अस्मिता को चुनावी मुद्दा बना रही है. वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा मईयां योजना के सहारे मैदान में है. झामुमो इस स्कीम के जरिए जाति से इतर आधी आबादी को साधने की जुगत में है. इस योजना में झारखंड की 18 से 50 साल की हर महिलाओं को प्रतिमाह 1 हजार रुपए दिए जा रहे हैं. राज्य सरकार के मुताबिक इस स्कीम से अब तक झारखंड की 50 लाख महिलाएं जुड़ गई हैं.