नई दिल्ली। कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा का खास प्लान बनकर तैयार है। इस भाजपा घाटी में राष्ट्रीय एकता के नारे के साथ चुनाव मैदान में उतरने वाली है और उसके निशाने पर अब्दुल्ला समेत महबूबा मुफ्ती रहने वाली हैं। आगामी चुनाव में भाजपा कश्मीर की सभी 47 विधानसभा सीटों पर पार्टी अपने व समर्थित उम्मीदवारों को उतारने जा रही है।
धारा 370 हटाए जाने के बाद घाटी में विकास और युवाओं को आतंकवाद के रास्ते में जाने से रोकने जैसी बातें भाजपा कश्मीर विधानसभा चुनाव के दौरान कर सकती है, लेकिन पिछले कुछ समय से जिस तेजी से घाटी में आतंकवादी घटनाएं बढ़ी हैं उसे लेकर उसकी चिंता कम नहीं हुई है। इसलिए भाजपा ने युवाओं पर फोकस करने का मन बनाया हुआ है और माना जा रहा है कि इस चुनाव में नए चेहरों को टिकट बंटवारे में वरीयता प्रदान कर पार्टी सभी को साधने का काम करेगी।
इसके साथ ही कश्मीर में धारा 370 हटाए जाने के बाद विकास को लेकर विरोधी भी भाजपा को घेरते नजर आएंगे, इस पर भी भाजपा फोकस कर रही है। बहरहाल भाजपा कश्मीर चुनाव प्रचार के दौरान कश्मीर की राजनीति में सक्रिय दो राजनीतिक परिवार- फारुख अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को निशाने पर लेना नहीं भूलेगी। इनके कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार की पोलें खोलने और जनता को बताए जाने का प्लान भी भाजपा के एजेंडे में शामिल रहने की उम्मीद जताई जा रही है। भाजपा के सूत्रों की मानें तो घाटी में पार्टी निर्दलीय उम्मीद्वारों का समर्थन करती दिखेगी, क्योंकि कुछ ऐसे नेता भी हैं जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कश्मीर एजेंडे का समर्थन करते हैं, लेकिन पार्टी से दूरी बनाए हुए हैं। बहरहाल यह तय है कि कश्मीर चुनाव के दौरान पीएम मोदी से लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत पार्टी के आला दर्जे के नेता कश्मीर रीजन में भी सभाएं लेते नजर आएंगे। चुनाव की तिथियां घोषित होने के साथ ही घाटी में राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई हैं। यहां भाजपा पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।
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