शेख हसीना के तख्तापलट और उनके देश छोड़कर भागने की घटना को दो हफ्ते हो चुके हैं।
हिंसा की आग में झुलस रहे बांग्लादेश में अब हालात सामान्य होने लगे हैं लेकिन, अभी भी मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार हसीना के खिलाफ ऐक्शन को छपटा रही है।
बांग्लादेश की एक अदालत में रविवार को अपदस्थ प्रधान मंत्री शेख हसीना और 33 अन्य के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए एक आवेदन दायर किया गया। हसीना और अन्य पर 2013 में एक रैली पर अंधाधुंध गोलीबारी करके नरसंहार का आरोप है।
ढाका ट्रिब्यून अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश पीपुल्स पार्टी (बीपीपी) के अध्यक्ष बाबुल सरदार चखारी ने ढाका मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट जकी-अल-फराबी की अदालत में आवेदन किया है।
बांग्लादेश की अदालत में बाबुल सरदार चखारी ने आवेदन में उन पर 5 मई 2013 को मोतीझील के शपला छत्तर में रैली के दौरान “सामूहिक हत्या” का आरोप लगाया गया है।
अदालत ने बयान दर्ज किया और कहा कि वह इस मुद्दे पर बाद में आदेश सुनाएगी।
बता दें कि 76 वर्षीय हसीना 5 अगस्त को प्रधान मंत्री पद से इस्तीफा देकर भारत भाग गईं थी। बांग्लादेश में उनके खिलाफ 11 मामले चल रहे हैं।
जिनमें हत्या के आठ, अपहरण का एक और नरसंहार के लिए दो मामले शामिल हैं।
अब तक हिंसा में 600 से अधिक की मौत
बांग्लादेश में हसीना सरकार के पतन के बाद देश भर में भड़की हिंसा की घटनाओं में 230 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।
सरकारी नौकरियों में विवादास्पद कोटा प्रणाली के खिलाफ छात्रों द्वारा बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू होने के बाद से जुलाई महीने से मरने वालों की संख्या 600 से अधिक हो गई है।
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