आम चुनाव के दूसरे चरण में 12 राज्यों और 1 केंद्र शासित प्रदेशों की 88 सीटों पर शुक्रवार को मतदान शुरू हो गया।
दूसरे चरण में इन सीटों के 1.87 लाख मतदान केंद्रों पर कुल पंजीकृत 15.88 करोड़ से अधिक मतदाता 1206 प्रत्याशियों के चुनावी भविष्य का निर्णय करेंगे।
आज मध्य प्रदेश की बैतूल सीट पर भी चुनाव होना था, लेकिन बहुजन समाज पार्टी उम्मीदवार के निधन के बाद अब इस सीट पर चुनाव 7 मई को तीसरे चरण में होगा।
इस चरण में जिन उम्मीदवारों का भविष्य EVM मशीनों में दर्ज होना है उनमें कांग्रेस के नेता राहुल गांधी, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, राजीव चंद्र शेखर, पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी भी शाामिल हैं।
– दूसरे चरण की चर्चित सीटों में केरल की वायनाड सीट से कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अग्नि परीक्षा होगी।
– इसके अलावा छत्तीसगढ़ की राजनांदगांव लोकसभा सीट से कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को टिकट दिया है।
– कर्नाटक की मान्ड्या लोकसभा सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी की साख दांव पर है। कुमारस्वामी की पार्टी जनता दल (सेक्युलर) का भाजपा के साथ गठबंधन हैं।
– केरल की तिरुअनंतपुरम सीट भी चर्चा में है, जहां से केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर से है।
– राजस्थान की जोधपुर लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत तीसरी बार चुनाव मैदान में हैं।
– लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला कोटा से तीसरी बार चुनावी मैदान में भाग्य आजमा रहे हैं।
– मथुरा सीट से हेमा मालिनी और मेरठ सीट से धारावाहिक रामायण में राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल पर भी सबकी निगाहें टिकी हुई हैं।
– भाजपा के युवा सांसद तेजस्वी सूर्या की साख बेंगलुरु दक्षिण – लोकसभा सीट पर दांव पर लगी है। तेजस्वी ने पिछला चुनाव इसी सीट से जीता था। कांग्रेस ने यहां सौम्या रेड्डी को टिकट दिया है।
– बिहार की पूर्णिया लोकसभा सीट शुरुआत से ही चर्चा में रही है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने यहां मीसा भारती को उतारा है। राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव इस सीट पर कांग्रेस की ओर से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन गठबंधन सहयोगी राजद ने कांग्रेस को यह सीट नहीं दी। अब पप्पू यादव इसी सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव मैदान में हैं।
चुनाव आयोग ने शांतिपूर्ण और सुचारु रूप से चुनाव कराने के लिए कई निर्णायक कदम उठाए हैं। मतदान प्रक्रिया को सुरक्षित करने के लिए मतदान केंद्रों पर पर्याप्त रूप से केंद्रीय बलों को तैनात किया गया है।
सभी मतदान केंद्रों पर माइक्रो पर्यवेक्षकों की तैनाती के साथ-साथ 50 प्रतिशत से अधिक मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की जाएगी।
मतदान से कुछ दिन पहले ही 251 पर्यवेक्षक (89 सामान्य पर्यवेक्षक, 53 पुलिस पर्यवेक्षक, 109 व्यय पर्यवेक्षक) अपने निर्वाचन क्षेत्रों में पहुंच चुके हैं।
इसके अतिरिक्त, कुछ राज्यों में विशेष पर्यवेक्षकों को तैनात किया गया है। कुल 4553 उड़नदस्ते, 5731 स्थैतिक निगरानी दल, 1462 वीडियो निगरानी दल और 844 वीडियो देखने वाली टीमें मतदाताओं को किसी भी प्रकार के प्रलोभन से सख्ती से और तेजी से निपटने के लिये चौबीसों घंटे निगरानी रख रही हैं।