दिल्ली। वर्ष 2010 में गोकुलपुरी इलाके में एक महिला को जिंदा जलाकर मारने के मामले में 14 साल से फरार एक परिवार के तीन सदस्यों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान मुस्तफा, मासूमा और जर्रार खान के रूप में हुई है। न्यायालय से भगोड़ा घोषित आरोपितों पर पुलिस ने 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।
क्राइम ब्रांच के उपायुक्त के मुताबिक, ACP रोहिताश कुमार की देखरेख में इंस्पेक्टर गुरमीत सिंह के निर्देशन में कांस्टेबल मोहित कुमार को आरोपित मुस्तफा का एक फोटो पहचानपत्र में दिखाई दिया था, लेकिन उस पर नाम पता व जन्मतिथि सभी अलग था। जांच में यह भी सामने आया कि ये फर्जी पहचान का इस्तेमाल कर रहे थे और जमशेदपुर और झारखंड के अन्य जिलों के सिम से मोबाइल फोन चला रहे थे।
आरोपित के मूल स्थान बंगाल के आसनसोल में एक मोबाइल फोन से महत्वपूर्ण सुराग मिला। पुलिस टीम ने झारखंड के जमशेदपुर जाकर अब्दुल करीम के नाम से रह रहे मुस्तफा को गिरफ्तार किया। पूछताछ के बाद जमशेदपुर के आजाद नगर से मासूमा को गिरफ्तार किया, जो रेशमा हाफिज के नाम से रह रही थी।
तीनों ने महिला को जिंदा जलाकर मार डाला था
उससे पूछताछ के बाद उसके पिता जर्रार खान को गाजियाबाद की खोड़ा कालोनी से गिरफ्तार कर लिया गया। वर्ष 2010 में गोकुलपुरी इलाके में मासूमा की सास रोशनआरा को तीनों ने जिंदा जलाकर मार डाला था। मासूमा शिकायत करती थी कि सास उसे प्रताड़ित करती है।