नई दिल्ली । देश की राजधानी में नाइट पेट्रोलिंग पर अकेला सिपाही निकला था, जिसकी तीन आरोपियों ने चाकू से गोद कर हत्या कर दी। यह खबर शनिवार सुबह जंगल में आग की तरह फैली तो सब हैरान हो गए। दिल्ली की बिगड़ती कानून-व्यवस्था के बीच पुलिसकर्मी की हत्या होना वाकई चौकाने वाली थी। दिल्ली पुलिस के भीतर भी इसे लेकर काफी गुस्सा देखने को मिला। क्राइम ब्रांच ने कालकाजी डीडीए फ्लैट्स में मिले एक आरोपी दीपक को एनकाउंटर के दौरान पैर में गोली मारी और पकड़ लिया। यह त्वरित एक्शन इस गुस्से को कुछ ठंडा तो कर गया लेकिन खत्म करने के लिए नाकाफी रहा। गोविंदपुरी थाने में तैनात सिपाही किरणपाल की शनिवार सुबह हुई हत्या के बाद अब अकेले पुलिसकर्मी को रात के समय पेट्रोलिंग पर भेजने को लेकर सवाल उठने लगे हैं। पुलिसकर्मियों का कहना है कि दिल्ली में सक्रिय बदमाश अब चाकू-छुरी नहीं बल्कि आधुनिक हथियार लेकर चलते हैं। इन्हें अकेला और निहत्था पुलिसवाला कैसे रोक पाएगा। अगर हथियार लेकर भी पुलिसकर्मी चलता है तो बदमाश ज्यादा तादाद में हुए तो वह उसे भी लूट कर ले जा सकते हैं। रात के समय, खासकर सर्दियों में सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहता है। ऐसे में अकेले पुलिसकर्मी को पेट्रोलिंग पर भेजना तो उसकी जान को खतरे में डालना है।
दहशत में दिल्ली पुलिस भी सुरक्षित नहीं अकेले नाइट पेट्रोलिंग करने पर उठे सवाल
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