नई दिल्ली । भारतीय अर्थव्यवस्था में दूसरी तिमाही में देखी जा रही आर्थिक सुस्ती की बारीकीयों पर रोशनी डालने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बुलेटिन में सूचना दी है। नवंबर माह का बुलेटिन प्रकाशित होने के साथ आरबीआई ने बताया कि निजी खपत में वृद्धि के कारण अर्थव्यवस्था में मजबूती दिखाई दे रही है। जानकारों के मुताबिक मध्यम अवधि का दृष्टिकोण तेजी का बना हुआ है क्योंकि वृहद आर्थिक बुनियाद की स्वाभाविक ताकत खुद को सुदृढ़ कर रही है। इस बुलेटिन में उच्चाधिकारियों ने भारत की रोजगार सृजन क्षमता की मजबूत होने की भविष्यवाणी की है। आर्बीआई द्वारा जारी बयान के अनुसार निजी निवेश कमजोर हो रहे हैं, हालांकि खरीफ और रबी फसलों में उत्तम उत्पादन के साथ कृषि क्षेत्र में उत्थान के संकेत हैं। व्यापारिक सेवा क्षेत्र में भी गतिशीलता बरकरार है और ईवी वाहनों के संचालन पर ध्यान दिया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, वित्तीय बाजारों में अनिश्चितता के बावजूद, आरबीआई उम्मीद जताता है कि विश्वसनीय स्थितियों का अनुमान लगाना संभव है। नए स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र में रोजगार के समृद्ध स्वरूप ने भी आर्थिक महसूस को चिंताजनक अवस्था से बाहर निकाला है। अधिकारियों का कहना है कि यह लेख उनके स्वयं के विचार हैं, और केंद्रीय बैंक का कोई संबंध नहीं है। गुरुवार को बाजारों की गतिविधियों का ध्यान खिंचने के लिए भविष्य का अनुमान गंभीरता से किया जा रहा है। इस अहम कुशलक्षेत्र में भारत के आर्थिक स्थिति की मजबूत दरारों में से एक है, जो आगे बढ़ने के लिए उत्तेजित करती है।
देश में आर्थिक गतिविधियों में देखी जा रही सुस्ती: आरबीआई बुलेटिन
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