फिरोजाबाद । महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में उलेमाओं की ओर से महा विकास अघाड़ी के पक्ष में फतवा जारी करने को लेकर कांग्रेस के पूर्व नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने उठाया मुद्दा। उन्होंने कहा कि देश संविधान से चलेगा फतवों से नहीं। इसे देश का दुर्भाग्य बताते हुए उन्होंने विपक्ष के नेताओं को भी कोसा। ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड ने महा विकास अघाड़ी (एमवीए) को पत्र लिखकर सरकार बनाने का समर्थन दिया है। इसके साथ ही भाजपा के वरिष्ठ नेता किरीट सोमैया ने मुस्लिम समूहों के संगठन के खिलाफ उठाया मुद्दा। वोट बैंक की राजनीति और वोट जिहाद के संदेश को लेकर सियासत गर्म हो रही है। उलेमाओं की ओर से आए फतवे पर कांग्रेस के पूर्व नेता ने दिया मानवाधिकार और संविधान की महत्वपूर्णता को जताया। उन्होंने उलेमाओं को संविधान पर भरोसा दिलाने के लिए उनके बयानों को देश की जानकारी बताया। महाराष्ट्र की सियासत में मुस्लिम समुदाय कि भूमिका हर बार महत्वपूर्ण रही है। वोट बैंक के माध्यम से उलेमाओं के समूहों की राजनीति में भाग लेना, व सरकार बनाने के लिए समर्थन देना सामाजिक संकटों का सृजन कर सकता है। इस विवाद में कांग्रेस, भाजपा और उलेमा संगठनों के बीच टकराव बढ़ गया है, जिससे महाराष्ट्र की राजनीति में नए मोड़ आ सकते हैं।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में उलेमाओं का विवाद: कांग्रेस के पूर्व नेता का बड़ा बयान
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