मुंबई । महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली पिछली महाविकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। सीएम शिंदे ने आरोप लगाया कि उद्धव सरकार ने राज्य की प्रमुख परियोजनाओं को रोक दिया था, इसमें अटल सेतु, कोस्टल रोड, मेट्रो, और नागपुर-मुंबई एक्सप्रेसवे जैसी महत्वपूर्ण योजनाएं शामिल थीं। शिंदे ने कहा कि उनकी सरकार ने इन परियोजनाओं में आई बाधाओं को दूर कर राज्य में विकास की गति को फिर से शुरू किया।
शिंदे ने उद्धव पर हिंदु नेता बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा से विश्वासघात करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा, उद्धव ने बालासाहेब की विचारधारा को छोड़ कर भाजपा से विश्वासघात किया। जो जनादेश शिवसेना-भाजपा गठबंधन को मिला था, उस जनादेशा का उद्धव ठाकरे ने अपमान किया।
मराठा आरक्षण के मुद्दे पर शिंदे ने अपनी महायुति सरकार का बचाव करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने मराठा समुदाय को 10 प्रतिशत आरक्षण दिया, जो पूर्व में नहीं मिला था। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछली सरकारों ने मराठा समुदाय का इस्तेमाल किया, लेकिन उनके वास्तविक अधिकारों का हनन किया गया। शिंदे ने कहा, हमारी महायुति सरकार ने मराठा समुदाय को वहां दिया, जो पहले दिया जाना चाहिए था और इस हाई कोर्ट में भी चुनौती दी है।
मुख्यमंत्री शिंदे ने अपनी सरकार पर राज्य एजेंसियों के दुरुपयोग के आरोपों का जवाब देकर कहा कि पूर्व एमवीए सरकार ने राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाया था। उन्होंने कहा, जब लोग हनुमान चालीसा का पाठ करते थे, तब उन्हें गिरफ्तार किया जाता था। इसमें महिलाएं और पत्रकार भी शामिल थे। क्या हमने किसी को गलत तरीके से जेल में डाला है? शिंदे ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार ने किसी भी विरोधी को राजनीतिक कारणों से गिरफ्तार नहीं किया है और न ही किसी प्रकार की बदले की राजनीति की है।
उद्धव ठाकरे ने बालासाहेब की विचारधारा से विश्वासघात किया, 2019 में मिले जनादेश का अपमान किया
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