कोलकाता। आर जी कर मेडिकल कॉलेज अधिकारियों ने 51 डॉक्टरों, हाउस स्टाफ और इंटर्न को कथित तौर प धमकी की संस्कृति को बढ़ावा देने वाले व्यवहार में शामिल होने के लिए नोटिस भेजा है, जिसमें उन्हें बुधवार को जांच समिति के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया है।
अधिकारियों ने 51 डॉक्टरों को परिसर से बाहर जाने और कॉलेज की गतिविधियों में उनकी भागीदारी पर रोक लगा दी है। कथित तौर पर कई डॉक्टर पूर्व प्रिंसिपल और 9 अगस्त को हुए बलात्कार और हत्या मामले के मुख्य संदिग्ध संदीप घोष के करीबी माने जाते हैं।
यह निर्णय आयोजित एक विशेष परिषद की बैठक में लिया गया। जिन लोगों को तलब किया गया है, उनमें दो वरिष्ठ रेजिडेंट डॉक्टर, एक मेडिकल रिसर्च साइंटिस्ट, 20 हाउस स्टाफ, 11 इंटर्न और अन्य मेडिकल (एमबीबीएस) छात्र शामिल हैं।
एक प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टर ने कहा, डॉक्टरों और छात्रों के इस वर्ग के खिलाफ अन्य जूनियर डॉक्टरों, छात्रों और हाउस स्टाफ को डराने-धमकाने की शिकायतें मिली थीं। इसमें से कुछ पूर्व प्रिंसिपल के करीबी थे और कैंपस के अंदर बहुत ताकत रखते थे। डर के मारे हममें से कई लोग उनकी यातनाओं को स्वीकार करने के लिए मजबूर थे। हालांकि, अब अधिकारियों ने किसी तरह की कार्रवाई शुरू कर दी है। देखते हैं कि आखिर क्या होता है।
विशेष परिषद बैठक के प्रस्ताव में कहा गया है, परिणामस्वरूप, संबंधित डॉक्टरों और छात्रों को अपनी बेगुनाही का बचाव करने के लिए 11 सितंबर 2024 को जांच समिति के समक्ष सकारात्मक रूप से पेश होना आवश्यक है। प्रस्ताव में कहा गया है, विशेष परिषद समिति द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार, जांच समिति द्वारा बुलाए जाने तक, उनके लिए संस्थान के परिसर में प्रवेश प्रतिबंधित है। इसके अतिरिक्त, कॉलेज की गतिविधियों में भाग लेना प्रतिबंधित है।
आर जी कर मेडिकल कॉलेज अधिकारियों ने 51 डॉक्टरों को आज बुलाया
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