मुंबई। अंतरराष्ट्रीय एक्टर प्रियंका चोपडा ने बताया कि वह एक महिला प्रधान फिल्म के फ्लॉप होने पर कैसा महसूस करती हैं। प्रियंका ने कहा कि जब आप एक महिला प्रधान फिल्म में काम करते हैं और आप इसकी सफलता की उम्मीद कर रहे होते हैं तो ऐसे में आपके ऊपर बहुत प्रेशर हो जाता है।
वैसे बहुत कम ही होता है कि कोई महिला प्रधान फिल्म लोगों का दिल जीतने में कामयाब न हो, लेकिन ऐसा हो भी जाता है तो मुझे ऐसा लगता है कि हम सभी महिलाए कुछ कदम पीछे चली गई हैं, या कहीं ना कहीं मैंने उन्हें पीछे कर दिया है। चाहे फिल्म चले ना चले, लेकिन हमें यह काम करना ही होगा, क्योंकि हममें से कुछ लोग ही हैं, जिन्हें ऐसा करने का मौका मिलता है। सफल नहीं हो रहा है तो उसे और अच्छे से करने की कोशिश की जाए। अब आपको यह मानना है कि हमें ऐसा काम करना है कि नारी जाति को निराशा नहीं हो क्योंकि हमारे पास बहुत कम मौके होते हैं। प्रियंका ने इससे पहले बातचीत के दौरान काम के बुरे दिनों से निपटने के बारे में चर्चा की। प्रियंका ने कहा कि मेरे पास भी हर किसी की तरह बुरे दिन होते हैं, लेकिन मैं खुद को याद दिलाती हूं कि मेरे पास जो कुछ भी है, वह मेरे लिए कितना सौभाग्य की बात है और मैं शिकायत करना बंद कर देती हूं और अपना काम करने लगती हूं। मैं अपनी भावनाओं को एक तरफ रख देती हूं और घर पहुंचने पर उनसे निपटती हूं।
प्रियंका जल्द ही फिल्म ‘हेड्स ऑफ स्टेट’ में नजर आने वाली हैं, जिसमें जॉन सीना और इदरीस एल्बा भी अहम भूमिका में होंगे। बता दें कि प्रियंका चोपड़ा को आखिरी बार हॉलीवुड फिल्म ‘लव अगेन’ में सैम ह्यूगन के साथ रोमांस करते देखा गया था। प्रियंका अभी मुंबई फिल्म फेस्टिवल के लिए भारत में आई हुई हैं। वह इस साल के फेस्टिवल की चेयरपर्सन हैं। प्रियंका ने भूमि के साथ मिलकर महोत्सव में एक मास्टरक्लास ऑर्गेनाइज की।
महिला प्रधान फिल्में दिल जीतने में बहुत ही कम होती है कामयाब: प्रियंका चोपडा
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