कोल्हान टाइगर चंपई सोरेन ने मजदूरों के हित में कई आंदोलन किए। उनके आंदोलन की शक्ति इतनी थी कि कोई उद्योगपति उनके सामने आवाज ऊंचा कर बात नहीं कर सकते थे।
कोल्हान में चंपई सोरेन की एक अलग ही पहचान है। गरीबों से लेकर ऊंचे घरानों के लोग उनके दरबार में अपनी समस्याओं को लेकर आते हैं और अपनी समस्याओं का निदान कर जाते हैं।
महीनों की जद्दोजहद व लुकाछिपी के बाद 30 अगस्त को चंपई सोरेन भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं। उनके साथ बड़ी संख्या में झामुमो के कैडर भी भाजपा में शामिल होंगे।
हेमंत के गढ़ में शपथ लेंगे चंपई सोरेन
चंपई के गढ़ गम्हरिया के रपचा में जिस तरह से हेमंत सोरेन गरजे थे, उसी अंदाज में राजधानी में हेमंत सोरेन के गढ़ में शुक्रवार को चंपई सोरेन गरजेंगे और उनके गढ़ में भाजपा मे शामिल होंगे। उनके साथ झामुमो के दिग्गज भी भाजपा में शामिल होंगे।
रांची में बनाएंगे आगे का प्लान
यहां बता दें कि बुधवार की शाम को ही चंपई सोरेन ने अपना इस्तीफा दिशोम गुरु शिबू सोरेन को सौंप दिया था। सूत्रों के अनुसार, चंपई सोरेन 30 अगस्त को भाजपा में शामिल होने के बाद दो दिनों तक रांची में ही रुकेंगे। यहां रुककर अगली राजनीति में अगला क्या कदम उठाना है, इस पर गहन मंथन करेंगे।
झामुमो कैडर को भाजपा में कराएंगे शामिल
मंथन के उपरांत बड़ी संख्या में समर्थकों के साथ गाजे-बाजे के बीच अपने निवास जिलिंगगोड़ा पहुंचेंगे। फिर सरायकेला विधानसभा के झामुमो कैडरों को कार्यक्रम के दौरान भाजपा में शामिल कराने का काम करेंगे। इसके उपरांत सरायकेला के भाजपाइयों के साथ बैठक कर आगे की रणनीति पर विचार करेंगे।