भोपाल । एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि विदिशा कलेक्टर ने बीजामंडल को लेकर हुए विवाद में एएसआई की रिपोर्ट के आधार पर मस्जिद बताया था, जिससे हिंदू संगठनों और बीजेपी नेताओं में नाराजगी थी। इसके बाद प्रदेश सरकार ने 47 आईएएस और आईपीएस अधिकारियों के तबादले कर दिए, जिसमें विदिशा कलेक्टर का नाम भी शामिल था। ओवैसी ने कहा कि यह वक्फ संशोधन बिल का खतरा है, जहां अगर कोई यह कहता है कि मस्जिद, मस्जिद नहीं है, तो सरकार कलेक्टर को इसका पावर देना चाहती है। कलेक्टर को भीड़ की मांग माननी पड़ेगी, नहीं तो उसे ट्रांसफर कर दिया जाएगा। कोई भी सबूत पर्याप्त नहीं है।
यह है विवाद
बता दें, 9 अगस्त को नागपंचमी पर हिंदू संगठन के नेताओं ने बीजामंडल में पूजा करने की अनुमति मांगी थी लेकिन विदिशा जिला प्रशासन ने अनुमति नहीं दी। इसका कारण विदिशा कलेक्टर रहे बुद्धेश वैद्य ने एएसआई की 1951 की अधिसूचना में बीजामंडल को मस्जिद बताना बताया। इस मामले में कलेक्टर ने फैसला लेने के लिए ज्ञापन एएसआई को भेजा था। दरअसल, एएसआई ही इस ढांचे का संरक्षक है।