नई दिल्ली । उत्तराखंड में हुए सड़क हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 14 हो गयी है। सूत्रों ने बताया कि इस दुर्घटना में सड़क किनारे खड़े लोगों को भी चोटें आई हैं। उत्तराखंड के स्टेट डिजास्टर रेस्पोंस फोर्स से मिली जानकारी के अनुसार, हादसे के दौरान वाहन अचानक अनियंत्रित होकर सड़क से करीब 500 मीटर नीचे अलकनंदा नदी में जा गिरा। प्रधानमंत्री कार्यालय ने मरने वालों के परिवारों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये के मुआवजे की घोषणा की है।
एसडीआरएफ के मुताबिक, दुर्घटनास्थल पर गहरी खाई होने के कारण अत्यधिक विषम परिस्थितियों में कड़ी मशक्कत करते हुए बचाव और राहत दल के कर्मी नीचे पहुंचे तथा शवों एवं घायलों को बाहर निकाला। दुर्घटना के दौरान एक महिला गाड़ी से छिटककर लगभग 80 मीटर नीचे झाड़ियों में अटक गई थी। एसडीआरएफ के जवानों ने उसे सुरक्षित बाहर निकालकर अस्पताल भिजवाया।
गढ़वाल के पुलिस महानिरीक्षक के एस नगन्याल ने बताया कि हादसे का शिकार हुए पर्यटक चोपता घूमने जा रहे थे, लेकिन गंतव्य तक पहुंचने से पहले ही उनका वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया। उन्होंने बताया कि टेम्पो ट्रैवलर में सवार ज्यादातर लोग दिल्ली के रहने वाले थे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। साथ ही उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
उन्होंने कहा, रुद्रप्रयाग, उत्तराखंड में एक सड़क दुर्घटना में अनेक लोगों की मृत्यु होने का समाचार दुखद है। मैं शोक संतप्त परिवारजनों के प्रति गहन संवेदना व्यक्त करती हूं और घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।
पीएमओ ने प्रधानमंत्री मोदी के हवाले से कहा, उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में सड़क दुर्घटना हृदय विदारक है। इसमें अपने प्रियजनों को खोने वाले शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद में लगा हुआ है
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना को अत्यंत पीड़ादायक समाचार बताते हुए कहा कि जिला मजिस्ट्रेट को दुर्घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल सात व्यक्तियों को हेलीकाप्टर एंबुलेंस के जरिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान(एम्स)-ऋषिकेश में भर्ती करा दिया गया है।
धामी दुर्घटना के घायलों का हाल-चाल जानने एम्स -ऋषिकेश पहुंचे और चिकित्सकों से उनके इलाज के बारे में जानकारी लेते हुए उन्हें घायलों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने को कहा। उन्होंने घायलों के परिजनों से भी संपर्क कर राज्य सरकार की ओर से उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में वाहन दुर्घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण के लिए भी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
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